कोई भी विद्यार्थी जब 10वीं, 12वीं पढ़ने के बाद यह सोचता है कि भविष्य को सही बनाने के लिए आगे क्या करना चाहिए, तो वह इसी टेंशन में रहता है कि इस समय में क्या करें क्या न करें, जो कुछ भी सोच-समझकर किया जाए। समय उसके लिए या उसके बच्चों के लिए अच्छा हो सकता है, लेकिन जब एक छात्र को पढ़कर नौकरी नही मिल leaf है, तो वह क्या करे, वह इस दुविधा में फंस जाता है कि इतना पढ़ने के बाद भी उसे नौकरी नहीं मिली, क्या बात है। पढ़ाई का उपयोग। बेरोजगारी इतनी है कि कहीं भी नौकरी नहीं mil pati तो kya kare 100 पद हो तो कंडीटेट 2000 हजार है, बताओ नौकरी कहां से मिलेगी जब इतना कॉम्पिटिशन हो गया है नौकरी मिलना बहुत मुश्किल होता है और जब कहीं नौकरी नहीं मिलती तो मन में ये ख्याल आता है कि अब क्या करें क्या न करें बड़ी दुविधा में फंस जाते हैं, कोई काम होता है तो पढ़ाई होती है कि इतना पढ़कर ye काम करना ही पढ़ाई है और परिवार वाले भी कहते हैं कि इतना पढ़कर भी नौकरी नहीं मिली, पढ़ाने का कोई फायदा नहीं, फायदे के बारे में तो सभी सोचते हैं, कोई नहीं सोचता कि आपके साथ क्या हो रहा है, कोई नहीं सोचेगा, लेकिन आपको यह सोचना है कि आपको जीवन में कुछ न कुछ ऐसा करना है, जिससे कोई आप पर उंगली न उठा सके, देखिए कि कोई भी काम छोटा नहीं होता, आपको बस लगन से करना होता है, अगर आप यह सोच कर करते हैं कि यह काम छोटा है, जब आप छोटे से काम ही नहीं करोगे तो ज्यादा काम कैसे कर पाओगे, फिर अगर जिंदगी में कुछ करना है तो अभी से ही मेहनत और लगन से काम करना होगा, इसके लिए नहीं कि आपने ऐसा किया 2-4 महीने और फिर छोड़ दिया, ये भी करना है, आपके पास इसे करने का समय है। कुछ भी हो जाएगा, इसलिए आपको अपने दिमाग से काम करना है, इसे agar अपने man से करते हैं, तो आपका man कहेगा कि यह करो, फिर वह करो, अगर तुम नहीं करते हो ऐसा नहीं करना चाहते, तो अपने दिमाग से karo ठीक है अगर आप लोगों को यह कहानी पसंद आई हो तो कृपया कमेंट और शेयर करें
..............धन्यवाद
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Motivational speech